How sidh kunjika can Save You Time, Stress, and Money.



देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति पंचमोऽध्यायः

धिजाग्रं धिजाग्रं त्रोटय त्रोटय दीप्तं कुरु कुरु स्वाहा।।

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वितीयोऽध्यायः

देवी माहात्म्यं अपराध क्षमापणा स्तोत्रम्

श्री अन्नपूर्णा अष्टोत्तर शतनामावलिः

दकारादि श्री दुर्गा सहस्र नाम स्तोत्रम्

पां पीं पूं पार्वती पूर्णा खां खीं खूं खेचरी तथा॥

देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति चतुर्थोऽध्यायः

श्री दुर्गा अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्

अगर किसी विशेष मनोकामना पूर्ति के लिए सिद्ध कुंजिका स्तोत्र कर रहे हैं तो हाथ में जल, फूल और अक्षत लेकर जितने पाठ एक दिन में कर सकते हैं उसका संकल्प लें.

कुंजिकापाठमात्रेण दुर्गापाठफलं लभेत् ।

Swamiji suggests, “A persuasive desire is something which tends to make us stand sidh kunjika up and to the fullest potential assert ourselves to the furtherance of your target. The main element is always to focus on the mantras.”

देवी माहात्म्यं अपराध क्षमापणा स्तोत्रम्

हुं हु हुंकाररूपिण्यै जं जं जं जम्भनादिनी।

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